Alka

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Monday, 19 January 2015


कोशिश नहीं मेरी चाँद पर जाने की,
कोशिश है तो बस इतनी पृथ्वी को चाँद बनाने की
होगा ये कारवा एक दिन पूरा हमे ये विश्वास है,
पूरी होगी ये आस हुआ ऐसा एक एहसास है
कोशिश नहीं मेरी असमान में उड़ जाने की,
कोशिश ही तो बस इतनी आसमा को ज़मी पर लाने की
होगा.....................................................एहसास है
कोशिश नहीं मेरी दुनिया के दुखों को मिटने की,
कोशिश ही तो बस इतनी सबके ओठो पर मुस्कान लाने की
होगा.....................................................एहसास है

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