तो कैसे है आप लोग आप भी ना
परेशान मत होइए मैं आपको कोई लेक्चर नहीं देने जा रही मैं तो बस अपने कुछ अनुभव
आपसे साझा करने जा रही हू |
‘’क्युकी हर चीज़ कुछ कहती है और
सिखाती भी है’’
किताबे हमे पढना सिखाती है
तो कोरे पन्ने हमारी दिन भर की थकान को दूर कर देते है खुद को बहुत हल्का कर देते
है | अब आप लोग सोच रहे होंगे कि कोरे पन्ने थकान कबसे दूर करने लगे हैना? तो मैं
आपकी ये कन्फ़ुइज़्न दूर कर देती हू | तो आप अपनी आप बीती और दिन भर की हलचलों
(कामो) को एक कोरे पन्ने पर लिख कर देखना आपको बहुत अच्छा महसूस होगा, आप इसमें वो
सारी बाते लिख सकते हो, जो किसी से कह नहीं सकते | शायद ये कोरे पन्ने एक दोस्त की
कमी को पूरा कर दे |
इसी तरह उगता हुआ सूरज हमें
सुबह उठने को इशारा करता है और सन्देश देता है कि अपने लक्ष्य की ओर बढ़ो |
इसी तरह नदी हमे स्वर में
बहना सिखाती है और झरना पल-पल झड के सबकी भलाई करो सिखाता है |
ताज़े फूल हमे दुःख में
मुस्कुराना सिखाते है |
आसमान हमे अपनापन सिखाता है
|
पेड़ हमे सारे दिन महनत में
तपना सिखाते है |
एक प्रकाश देता हुआ दिया
दुसरो की मदद करना सिखाता है |
No comments:
Post a Comment